Greater Noida News : इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का काम 31% पूरा हो चुका है। एयरपोर्ट को बनाने वाली कंपनी ने जानकारी देते हुए बताया कि दिसंबर तक इसकी रिपोर्ट नागर विमानन निदेशालय को सौंप दी जाएगी। जिसके बाद टेक्निकल डिवाइस का ट्रायल किया जा सके। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इस समय दिन-रात करीब 3 हजार से भी अधिक लोग काम कर रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक निर्माण कार्य में अभी तक 1,600 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं। जो कुल लागत से अभी 23.6% है।
नागर विमानन निदेशालय के बाद यूपी शासन को जाएगी रिपोर्ट
टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड कंपनी ने वर्ष 2022 में निर्माण कार्य शुरू किया था। जून 2022 से अब तक लगातार कार्य चल रहा है। रोजाना टाटा समूह के अधिकारी निर्माणाधीन प्रोजेक्ट पर आकर जायजा भी लेते हैं। बताया जा रहा है कि तकनीकी उपकरण को लगाने के बाद इसकी रिपोर्ट डीजीसीए यानी कि नागर विमानन निदेशालय को सौंपी जाएगी। बताया जा रहा है कि उसके बाद विमानन निदेशालय के अधिकारी प्रोजेक्ट साइट पर आकर तकनीकी उपकरणों की जांच करेंगे और अंतिम रिपोर्ट उत्तर प्रदेश शासन को भेजी जाएगी।
पहले चरण में खर्च होंगे 4,587 करोड़ रुपए
पहले चरण में नोएडा एयरपोर्ट के निर्माण कार्य में 4,587 करोड़ रुपए खर्च होने है, लेकिन अभी तक 1,600 करोड़ रुपए का काम पूरा हो गया है। करीब 1,716 किलोमीटर की बॉउंड्री पूरी हो चुकी है। इसके अलावा 7,150 वृक्ष (पेड़) प्राॅजेक्ट में आ रहे है, लेकिन इनमें से अभी तक 750 पेड़ों को दूसरे जगह लगा दिया गया है। बाकी पेडों को बचाकर काम किया जा रहा है। रनवे और टर्मिनल बिल्डिंग में आ रहे पेड़ों को दूसरी जगह लगाया जा रहा है।
हर सेकंड 21 लीटर पानी का इस्तेमाल हो रहा
मजेदार बात यह है कि इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण में एक भी बूद पानी जमीन नहीं निकाला गया है और हर सेकंड 21 लीटर पानी का इस्तेमाल किया जा रहा है। एयरपोर्ट के नजदीक से बह रही दयानतपुर माइनर से पानी इस्तेमाल किया जा है। अब जल्द ही नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को रोड, रेल और मेटो नेटवर्क से जोड़ने का काम शुरू होने जा रहा है। ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे को यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए इंटरचेंज का निर्माण शुरू होगा। हवाई अड्डे के उत्तर और पूर्व में सड़कों का निर्माण किया जाना है।
कौन से चरण में कितना विकास होगा
आपको बता दें कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण कार्य 4 चरणों में होगा। पहले चरण में 1,334 हेक्टेयर जमीन, दूसरे चरण में 1,365 हेक्टेयर जमीन, तीसरे चरण में 1,318 और चौथे चरण में 735 हेक्टेयर जमीन पर देश का सबसे बड़ा हवाई अड्डा बनेगा।